Monday, February 13, 2012

पंचतत्वों के रथ पर सवार
निर्मल धवल आत्मा तेरी
लाया जग में पालनहार
वह पल क़ियामत होगा
पूरा होगा तेरा जो विचार

See :
http://vedquran.blogspot.in/2012/02/sun-spirit.html
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यह कमेंट हमने साधना वैद जी की संवेदना भरी कविता पर दिया है, देखिए :
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कभी तो उसके श्याम

उसके आँगन में आयेंगे

और उसके मन की

चूनर पर रंग भरी

अपनी पिचकारी से

सतरंगी फूल बिखेरेंगे !


-साधना वैद