ब्लॉगर के बेटे के जन्म का चर्चा Amn Khan
अच्छाई और बुराई, दोनों ही ख़सलतें हरेक इंसान के अंदर मौजूद होती हैं।
समाज में अमन तब आएगा जब इंसान के अंदर ईमान आएगा, ईमानदारी आएगी।
ईमानदारी की पहली पहचान यह है कि इंसान जिस बात को अपने लिए पसंद करे , दूसरों के लिए भी वही बात पसंद करे।
जो आदमी किसी को दो बोल शुभकामनाओं के भी न दे सके, वह दूसरों को कुछ और भला क्या दे सकता है ?
अच्छाई और बुराई, दोनों ही ख़सलतें हरेक इंसान के अंदर मौजूद होती हैं।
समाज में अमन तब आएगा जब इंसान के अंदर ईमान आएगा, ईमानदारी आएगी।
ईमानदारी की पहली पहचान यह है कि इंसान जिस बात को अपने लिए पसंद करे , दूसरों के लिए भी वही बात पसंद करे।
जो आदमी किसी को दो बोल शुभकामनाओं के भी न दे सके, वह दूसरों को कुछ और भला क्या दे सकता है ?
...हम ख़ुशनसीब हैं कि हमारे बेटे अमन खान की पैदाइश पर मासूम साहब को ख़ुशी हुई और उन्होंने एक लेख लिखकर अपनी ख़ुशी में बहुत से लोगों को शरीक किया और उन्होंने हमारे बेटे को अपना प्यार और आशीर्वाद दिया। कुछ भाई बहनों ने दूसरी पोस्ट्स पर भी अपनी नेक ख्वाहिशात का इज़्हार किया है।
इसके लिए हम अमन से प्यार करने वाले सभी भाई बहनों के तहे दिल से शुक्रगुज़ार हैं।
अल्लाह हम सबको अमन की राह चलाए और हमारी नस्लों को इसी राह का वारिस बनाए,
आमीन !
अल्लाह हम सबको अमन की राह चलाए और हमारी नस्लों को इसी राह का वारिस बनाए,
आमीन !
See my comment :
http://www.amankapaigham.com/2011/08/blog-post_10.html?showComment=1313279550196#c4068502343906902771