Friday, February 1, 2013

हमारे देश का नाम भारत क्यों पड़ा?

आदरणीय डा. अरविन्द मिश्रा जी, 
मज़े की बात यह है कि अरब लोग अपनी सुन्दर और प्यारी बेटियों का नाम हिंदा रखते थे . इस नाम की धातु अरबी में 'इंद' है, जो बहुत से रहस्य अनावृत करती है लेकिन अरबों के नज़रिये को किन्हीं वजहों से हमेशा नज़र अंदाज़ कर दिया जाता है.
उस रहस्य को जानने वाले इस नेट जगत में केवल हम हैं. इसीलिये हमने हमेशा कहा है कि हम भौगोलिक दृष्टि से भी हिन्दू हैं और धर्म की दृष्टि से भी. जो भारत देश से अरबों के प्यार का कारण नहीं जानता वह हमारी तरह कभी नहीं कह सकता.
आपकी पोस्ट बात को काफ़ी सुलझा रही है. महर्षि स्वंभू मनु के बारे में थोड़ा और बता देते कि उनकी पत्नी का नाम आद्या है और अथर्ववेद 11,8,7 में यह भी बताया गया है कि मन्यु और आद्या का विवाह वर्तमान पृथ्वी पर नहीं हुआ था बल्कि विगत पृथ्वी पर हुआ, तो यह गुत्थी और ज़्यादा सुलझ जाती.
पूर्वजों को पहचाने बिना उनकी महानता और अपनी प्राकृतिक एकता को पहचानना संभव ही नहीं है. आज हालत यह हो चुकी है कि अधिकतर भारतीय भरत जी को ही नहीं पहचानते . फिर उन्हें मनु का क्या पता कि कौन मनु स्वयंभू थे और कौन से मनु विवस्वत थे ?
देश का महान दुर्भाग्य है कि अपने पूर्वज भरत के बारे में लिख दिया कि वे पागलों की तरह व्यवहार करते थे.
अपने पूर्वजों को हम ढंग से आदर तक न दे पाये.

धन्यवाद.
यह कमेंट देखिये निम्न लाजवाब पोस्ट पर-
प्रस्तुतकर्ता Dr. 
 इस देश का नाम भारत क्यों पड़ा?
 ऋग्वेद में 'भरतों' का बहुत बार उल्लेख है!  दरअसल मनु के वंश में एक प्रतापी राजा भरत हुआ है -मत्स्य पुराण में उल्लेख है -'मनुर्भरत उच्यते' -मनु को ही भरत की संज्ञा दी गयी है . यह कहा गया -'वर्ष तत भारतं स्मृतं' अर्थात मनु से ही भारत नाम आया है . दरअसल ऋग्वेद में जो 'भरताः' नाम  आया है वह मनु के वंशज का है न कि दुष्यंत के बेटे भरत का . आर्यों की दो शाखाएं हैं सूर्यवंशी आर्य और चन्द्र वंशी आर्य .वे भरत जिनके नाम  पर इस देश का नामकरण हुआ उनका सम्बन्ध सूर्यवंशी आर्यों से है न कि चंद्रवंशी आर्यों से ...दुष्यंत चंद्रवंशी आर्य हैं .मजे की बात यह भी है कि राम के भाई भरत भी हैं मगर उनके नाम पर भारत का नाम पड़ा यह भी कहीं उल्लिखित नहीं है।