Monday, January 24, 2011

क्या सृष्टि की उत्पत्ति के इस प्रकरण में सरस्वती और कामदेव का ज़िक्र नहीं आएगा ? The role Saraswati and kamdev for creatures

हां तो फिर क्या सोचा एलबीए के पदाधिकारीगणों ने ?
क्या डा. श्याम गुप्ता जी को ब्रह्मा जी के गुण और कार्यों से संबंधित धार्मिक लेख इस साझा ब्लाग पर छापने से रोका जाएगा कि नहीं ?
अगर उन्हें नहीं रोका जाता है तो फिर उनके लेख पर उठने वाले सवालों को बाद में एलबीए पदाधिकारीगण कैसे रोक पाएंगे ?
क्या विज्ञान भी वैदिक धर्म का ही एक अंग नहीं है ?
क्या वैदिक विज्ञान का प्रचार करना भी वैदिक धर्म के ही एक अंग का प्रचार करना नहीं है ?
डा. श्याम गुप्ता जी ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि उत्पन्न किया जाना मानते हैं। सृष्टि की उत्पत्ति के इस प्रकरण में सरस्वती और कामदेव का ज़िक्र भी आएगा और उसमें अलग अलग लोगों के अलग अलग मत हैं।
क्या ऐसे विवादित प्रकरण को यहां उठाया जाना उचित है ?
मेरी समझ में तो जो भी नियम हो वह सभी पर लागू होना चाहिए और यहां किसी भी धर्म के ग्रंथ का उद्धरण देना वर्जित होना चाहिए ताकि धर्मग्रंथ के विषय में ऐसी कोई बहस का सिलसिला यहां शुरू न होने पाए जैसी बहसें मेरे ब्लाग पर अक्सर होती हैं, उदाहरणार्थ-
1.Mandir-Masjid मैं चाहता हूं कि अयोध्या में राम मन्दिर बने - Anwer Jamal
2.The message of Eid-ul- adha विज्ञान के युग में कुर्बानी पर ऐतराज़ क्यों ?, अन्धविश्वासी सवालों के वैज्ञानिक जवाब !
3.मसीह का मिशन था ‘सत्य पर गवाही देना‘ - Anwer Jamal

क्या मेरे इस सुझाव से सहमत होने में किसी को कोई संकोच है ?

http://vedquran.blogspot.com/2010/09/mandir-masjid-anwer-jamal.html


http://islamdharma.blogspot.com/2010/11/message-of-eid-ul-adha-maulana_17.html


http://vedquran.blogspot.com/2010/10/what-was-real-mission-of-christ-anwer.html

इस विषय में पूरी जानकारी के लिए नीचे दिए गए शीर्षक पर क्लिक करें -

परिवार के सदस्यों में भेदभाव क्यों कर रहे हैं LBA के पदाधिकारीगण ?

क्या सभी धर्म एक ही ईश्वर की पूजा करना बताते हैं ? Some phillosophers are wrong doers.

इसी संवाद के दरमियान जनाब सलीम खान साहब की एक पोस्ट आई है .

यह एक बेहतरीन पोस्ट है जो हमारे लिए एक मार्गदर्शक पोस्ट की हैसियत रखती  है. इसमें उन्होंने किसी भी धर्मग्रन्थ का नाम लिए बिना ही देश की कई ज्वलंत समस्याओं का निवारण कर दिया है. आशा है कि एलबीए के सभी सदस्य उसनके संकेत और सन्देश को यथावत समझेंगे .
धन्यवाद .