जंक फ़ूड में कुछ ऐसे रसायन मिलाए जाते हैं जो कि ‘फ़ाल्स फ़ीलिंग ऑफ़ हंगर‘ पैदा करते हैं। एक बार उन रसायनों की गंध नाक के ज़रिये दिमाग़ तक पहुंची नहीं कि आदमी उसे खाने के लिए लपका नहीं और फिर वह उसका आदी हो जाता है किसी नशेड़ी की तरह। इन रसायनों की वजह से इंसान बिना भूख के खाता है और पेट भरने के बाद भी खाता रहता है। इसके नतीजे में मोटापा, डायबिटीज़ व हार्ट प्रॉब्लम्स पैदा हो जाती हैं।
इसी वजह से हम तो घर के बाहर की बनी चीज़ें नहीं खाते। इससे भी बड़ी वजह यह है कि हमें ऐतबार ही नहीं है कि बाज़ार में बनी इन चीज़ों के इन्ग्रेडिएन्ट्स क्या हैं और उनमें से कोई ऐसा भी हो सकता है जिसे खाना हमारे लिए हराम हो।
पूंजीपति अपने नफ़े के लिए आपकी सेहत का जनाज़ा निकाल सकते हैं।
इसलिए ख़ुद भी सावधान रहने की ज़रूरत है और बच्चे को भी बचाए रखने की ज़रूरत है।
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